Thursday, 30 July 2020

(भाई बहन का प्यार) emotional short story in Hindi

भाई- बहन का प्यार(brother and sister love story in Hindi

भाई बहन (brother and sister) का प्यार और रिश्ता सभी रिश्तों से अलग माना जाता हैं।इस रिश्ते में न भाई अपना प्यार अपनी बहन को दिखाता है,और न बहन कभी अपना प्यार दिखाती है।लेकिन फिर भी जरूरत पड़ने पर दोनों एक दूसरे के लिए सबसे लड़ जाते है।

आज की। कहानी एक ऐसे लड़के पर है।जो था तो भाई  लेकिन एक पाप की तरह और एक मा कि तरह अपनी बहन को संभाल रहा था।

        "रीमा बहुत ही ज़िद्दी लड़की थी।उसे कोई भी चीज जब भी पसंद आती वह चीज उसको उसी वक़्त चाहिए होती थी।उसके माता -पिता उसकी सारी जिद्द और उसकी खुशी के लिए सब कुछ उसे लाके देते थे।

परिवार छोटा सा था।माता पिता रीमा और उसका भाई राजू। बस इतनी छोटी सी family थी लेकिन बहुत खुश रहते थे सभी,और राजू को तो अपनी बहन को परेशान करने में बहुत मजा आता था,रीमा एक गोलू -मोलू सी प्यारी सी गुड़िया जैसी थी।और उसका भाई  उसके गालों को खींच कर उसे हमेशा रूलाया करता था, फिर अपनी बहन को रोते देख खुद ही नाचता और मस्ती करके उसे हसाता भी खुद ही था।

माता पिता कुछ काम से बाहर  जा रहे थे।"राजू और रीमा कहा हो तुम दोनों हम जा रहे है।अपना ख्याल रखना दोनों।"और हा।राजू अपनी बहन को ज्यादा परेशान मत करना,जब तक हम नहीं आ  जाते तब तक रीमा को तुम संभालो। राजू - जी पापा आप फिक्र न करे मैं रीमा का ख्याल रखूंगा। "ठीक है फिर हम चलते है।

              भाई मा -पापा अब तक क्यो नहीं आए,कब आयेंगे वह वह लोग आप पूछो ना पापा को कॉल करके "हा रीमा काफी समय हो गया है उन्हें जा कर अब तक तो आ जाना चाहिए था।

    राजू कॉल करने जा ही रहा था,किं किसी ने दरवाजा खट खटाया
राजू ने दरवाजा खोला और पूछने लगा,"जी आप कोन किससे मिलना है?माता पिता अभी घर नहीं है।इतना सब सुनने के बाद उस व्यक्ति ने कहा क्या तुम है राजू हो? "हा बोलिए क्या काम है? तुम चलो मेरे साथ,"कहा और क्यो,बात क्या है?कुछ बोलते क्यो नहीं आप?" राजू तुम्हारे माता पिता एक कार ऐक्सिडेंट में मारे गए
 
   राजू को उनकी बातो पर यकीन नहीं हो रहा था।और वह बार बार बस बोल रहा था ऐसा नहीं हो सकता आप झूट बोल रहे हो।और वह बहुत जोर- जोर से रोने लगता है। लेकिन फिर भी इस बात का पता राजू ने अपनी बहन को नहीं लगने दिया।और वह उस  व्यक्ति के साथ चला गया।

हिम्मत नहीं थी,राजू में कि वह अपने माता पिता की मृत्यु की बात अपने  छोटी बहन से बताए।वह डर गया था कहीं यह सुन कर रीमा खुद को संभाल नहीं पाई और उसे कुछ हो गया तो, इसलिए। उसने चुप रहना ही बहतर समझा।और उसने रीमा से झूट कहा कि माता पिता कुछ महीनों के लिए काम से बाहर गए है।

फिर राजू रीमा की हर जिद्द पूरी करता ,रीमा को जो भी चाहिए वह सब लाके देता था , बिलकुल अपने पिता की तरह उसका ख्याल रख रहा था।रीमा को स्कूल के लिए तैयार करना, उसे खाना अपनी हतों से खिलता,ताकि रीमा को मा की कमी कभी महसूस ना हो।
  
समय गुजरता गया,और अब दोनों बड़े हो चुके थे। राजू को अभी भी एक बात का डर था ,रीमा अब बड़ी हो गई है, अब तो में उसे झूट भी नहीं बोल सकता .....कभी रीमा ने मा- पापा के बारे में पूछना शुरू कर दिया तो में क्या कहूंगा उससे।

  वह इतना सब सोच ही रहा था कि रीमा आई और। वहीं हुआ जिसका डर राजू को था।रीमा पूछने लगी ,भाई मा- पापा कब आयेंगे इंतजार करते करते तो मैं इतनी बड़ी हो गई कि अब मेरी शादी कि उम्र हो चुकी है,इतने सालो में आप ने एक बार भी मेरी बात उनसे नहीं कराई।कहीं आप कुछ चूपा तो नहीं रहे हो ना?

राजू थोड़ा घबरा गया और धीमी आवाज में रीमा से बोला "क्या मैंने कभी तुम्हे किसी चीज कि कमी महसूस होने दी है?"नहीं भाई आप कैसी बात कर रहे हो मुझे तो हमेशा से हर चीज ज्यादा ही मिला है।आप तो कभी मा- पापा की कमी का एहसास होने ही नहीं दिए।

       राजू ने रीमा को गले लगाया और हिम्मत करके बताने की कोशिश करी,रीमा आज में तुम्हे एक बहुत बड़ा सच बताने जा रहा है सायद यह सुन के तुम मुझे कभी माफ ना करो।"बहन जब हम छोटे थे उस समय ही हमारे माता पिता की मृत्यु हो गई थी।

रीमा सच जानने के बाद कुछ पल के लिए बिलकुल चुप हो गई और अपने मन में ही सोचने लगी,जब भाई मेरे लिए इतना सब कर सकते है,अपना दर्द चुपा कर मुझे इतना सारा प्यार दे रहे है फिर ऐसे में उन्हें अपनी तकलीफ का एहसास दिला कर भाई को मै और परेशान नहीं कर सकती।

रीमा मैंने इतनी बड़ी बात बताई तुम्हे तुम कुछ बोल नहीं रही हों।कहीं तुम मुझे गलत तो नहीं समझ रही?नहीं नहीं भाई ऐसा तो मैं कभी सोच भी नहीं सकती।भाई आप मेरे लिए इतना सब करे हों।फिर मै आप के खुशी के लिए अपना दर्द छुपा ही सकती हू!

अब राजू के मन में कोई डर नहीं था और वह अब बहुत अच्छा महसूस करने लगा।फिर कुछ दिनों बाद रीमा कि शादी हो गई और फिर से एक बार छोटा सा परिवार बन गया और सब खुशी खुशी रहने लगे।


हर घर का बड़ा भाई या बेटा पाप के बाद अपने परिवार का ख्याल रखता है।और सारी जिम्मेदारी बिलकुल पाप की तरह पूरी करता है।भाई बहन तो अनोखे ही होते है।

उम्मीद है कहानी पसंद आई होगी।और पसंद आई तो plzzz share karo ज्यादा से ज्यादा।thanx.........

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