Wednesday, 4 November 2020

Student struggle story in hindi | motivational story for student | संघर्ष ही जीवन हैं

 Student struggle  story in hindi | motivational story for student | संघर्ष ही जीवन है 
Student struggle  story in hindi | motivational story for student | संघर्ष ही जीवन हैं

Aaj ki yah kahani ek aise student per hai jiski life me bahot struggle hai. Jisne kabhi bhi ye nahi socha tha ki usse bhi kabhi apni life me khud ko prove karna hoga..........

Because ushe bacchpan se hi shirf yah kaha jata tha ki tumhe kabhi bhi job karne ki koi jarurat nahi hogi.

Or na hi tum kabhi koi kam karne bahar jaoge tumhe bas apni study puri karni hai or ghr me rehna hai...

Student struggle  story in hindi | motivational story for student | संघर्ष ही जीवन हैं


मेरा नाम सूरज है। जिन्दगी क्या है ? कैसी है ? कैसे जीना है?और कैसे आगे बढ़ना है ? ये सवाल हर लोगों के मन में आता है, लेकिन इसका जवाब तभी मिलता है जब हम कुछ कर गुजरने और खुद को साबित करने में लग जाते है।

अब बात करें अपने पढ़ने लिखने की उम्र की तो ज्यादा तर बच्चे मेरे  जैसे होते है। " क्या करना है पढ़ लिख कर जीवन तो वैसे भी कट ही जाता है, और आए खाली हात थे जाना भी खाली हात है, तो जब तक जी रहे हैं मज़े से जिलों"।

और वहीं दूसरी तरफ वो बच्चे जो अपने आने वाले कल की तैयारी आज से ही कर रहे हैं, मेहनत से पढ़ना स्कूल में सबसे first rank से पास होना, और साथ ही साथ वो सारी चीजेंं भी सीखते हैं जो उन्हें आगे जा कर काम आने वाली है।

Normal student school life मे study करने के बजाये दोस्ती करने, खेलने, और घूमने फिरने में अपना सारा बचपन बिता देते है, जिसके चलते आगे जीवन में उन्हें बहुत से परेशानी आने लगती है। उन ही में से एक मैं भी था।

 बचपन में कहा इतना दिमाक होता था। कि ये समझ सके कि जो हम कर रहे हैं वो सही है या गलत, जैसे - जैसे उम्र बढ़ती है। समझ आने लगता है जो सब करें वो नहीं करना चाहिए था।

वहीं समय था पढ़ाई कर लेनी चाहिए थी। अगर उस वक़्त अच्छे से पढ़ लिया होता तो आज इतना परेशान नहीं होना पड़ता।

इतना struggle नहीं करना होता। और ना ही किसी से खुद के लिए किसी काम की माँग करनी पड़ती, फिर हमें अपनी सारी गलतियों का एहसास होने लगता है।

लेकिन अब जो वक़्त बीत गया तो उसे फिर से तो लेके नहीं आ सकते। "गलती में की गई गलती गलती होती है। गलतियों से इंसान सीखता है"।

मैंने भी सिखा 
Student struggle  story in hindi | motivational story for student | संघर्ष ही जीवन हैं

वक़्त किसी के लिए नहीं रुकता तो मेरे लिए क्यों रुकेगा। अब मुझे खुद से खुद को prove करना था। और ये मेरे जीवन का सबसे बड़ा फैसला था। और खुद को challenge किया था मैंने।

मैंने सोचा कुछ समय job करके life को आगे लेके जायेंगे।फिर मै अपनी पढ़ाई पूरी होते ही, interviwe की तैयारी करने लगा।

अलग - अलग जगह जाके interviwe देने लगा लेकिन कहीं भी कोई बात नहीं बनी, और ना ही कहीं मुझे काम मिला मैं अपनी जिन्दगी से नीरस होने लगा। 

मैं हर रोज घर से निकल जाता job की तलाश में और हर जगह से निराश होके बाहर आ जाता , कोई job मुझे नहीं जमती तो कहीं मुझे ही नहीं लिया गया।

 मैं खुद को इतना बेकार समझने लगा था, उस वक़्त की मुझे बस ऐसा लगने लगा था जैसे इस पूरी दुनिया में मुझसे ज्यादा परेशान इंसान और कोई नहीं होगा , दुनिया की सारी मुसीबत बस मेरे पास ही आगई है।

 मुझे कुछ भी समझ  नहीं आरा था में क्या करुँ, फिर मैंने खुद का कुछ करने  सोचा और में बहुत से जगह घूमा और देखने लगा किस जगह लोग सबसे ज्यादा आते जाते है।

और अपनी भूख को मिटाने के लिए लोग कैसे जगह पर खाना पसंद करते है, फिर काफी मेहनत के बाद मुझे एक सही जगह मिली और मैंने अपने दोस्तों से कुछ पैसे उधार लिए और एक छोटा सा food stole ख़रीदा और food shop चालू कर दिया।

Student struggle  story in hindi | motivational story for student | संघर्ष ही जीवन हैं

अब ये सब इतना आसान नहीं था। चालू तो हो गया लेकिन मेरे shop पर कोई आ ही नहीं रका था, क्योकि मैं एक पढ़ा लिखा लड़का लग रहा था। सभी बस मुझे देखते और चलें जाते।

रोज घर से निकल के shop opne करने चला जाता, कभी कुछ सामान इसके पास रख दिया करता तो कभी उसके पास अपने घर में ये सारी बात नहीं बताया था मैंने क्योकि मुझे पता था सभी बस हसने वाले है मुझपे और फिर वहीं बस कहने लगेंगे "की तुमसे कहा गया था तुम घर में रहो फिर भी तुम ये सब कर रहे हो।

इसलिए मैंने चुप रेहना ही बेहतर समझा और अपने काम पर ध्यान देता था। और खुद को रोज motivate करता था।

कई दिनों मैं बस अपना shop opne करता और रात में close कर देता। एक पैसे की कमाई नहीं हो रही थी। फिर दिल नीरस होने लगा था। और मन में पछ्तावा था काश बचपन में पढ़ाई कर लिया होगा।

फिर भी खुद को संभाल कर जो मै कर रहा था उसमें पूरा मन और दिल लगाने लगे , कई दिनों तक तो किसी ने मेरे shop से कुछ नहीं लिया और ना ही किसी ने खाकर देखा।

मानो जैसे इतना सब कम था, कि एक और नई परेशानी आ गई मेरे काम का पता मेरे घर वालोंं को चल गया। दुःख हो रहा था अब पता नहीं क्या सोचने वाले है सब मेरे बारे में "मैं पूरा डरा हुआ था"!

फिर जैसे तैसे मैंने खुद को समझाया और घर गया। सब बस मुझे गुस्से से देखने लगे और पागल कहने लगे, सभी घर वालोंं ने मुझे कहा अगर तुम्हें ये सब करना है तो तुम घर से निकल जाओ।

अब मेरे पास और कोई ऑप्शन नहीं था , मै अपना सारा सामान लिया और वहां से चला गया, जाते - जाते बस इतना बोला अब आप सभी के पास तभी आऊँगा जब मैं खुद को prove कर दूँगा।

मेरे घर वालों ने भी मुझे पागल केहना शुरू कर दिया, और सब दोस्त मुझपे हसने लगे। सब बस ये कहते की " तू पागल है इतना पढ़ा लिखा है फिर भी ये गवारो वाला काम कर रहा है।

तू कभी भी कुछ नहीं कर सकता अपनी जिन्दगी में लेकिन में किसी की कोई बात का जवाब नहीं देता था। बस इतना सोच कर रखा था, जो गलतियां मैंने बचपन में करी थी वो सारी गलती फिर से नहीं करना चाहता ।

धीरे - धीरे मेरे शॉप पर लोग आने लगे और मेरे हाथ के टेस्ट सभी को  पसंद आने लागा खाने के बाद तारीफ भी करते और अपने घर के लिए भी pack करवा के लेके जाने लगे 

देखते ही देखते मेरा एक छोटा सा शॉप एक hotel बन गया , और आज  एक risk के वजे से वो सब हाशिल कर पाया जो मैंने कभी सपने देखें थे।

जीवन एक संघर्ष है जब तक life है तब तक किसी  भी परेशानी से हार नहीं मानना चाहिए , और हर problem का डट के सामना करना चाहिए।

मैंने भी अपनी जीवन में यही सिखा है।  आज मेरा एक छोटा सा शॉप कई सारे अलग - अलग शहर में एक बड़े -बड़े hotel में बदल चुका है। और यह सब बस मेरी मेहनत और भरोसे के वजे से मेरा सपना आज सच हुआ है।

मै आप सभी student से बस इतना ही कहना चाहता हु की बचपन में भले ही हम अपनी study पर ध्यान नहीं देते वो अपनी गलती होती है।

मैं ये नहीं केहता की बस पढ़ें लिखें और अच्छे smart बच्चे और student ही  सब कुछ कर सकते है। मेहनत और भरोसा है तो कोई भी इंसान सब कुछ कर सकते है।

"सपने देखना कोई बड़ी बात नहीं उसे सच कर दिखाना बहुत बड़ी बात होती है" ।

ये कहानी लिखने का एक ही मकसत था। कि ज़िन्दगी मिली है तो उसे युहीं ही न जाया करो मेहनत इतनी करो कि ऊपर वाला भी आप का नसीब खुद बदले और कहे जो मै तुझे देराहा हु तू उसका हक़दार है।

कोई काम छोटा नहीं होता बस शुरू करने की देरी है। वैसे भी हम भी तो छोटे से ही इतने बड़े होते है ना या फिर सीधा बड़े ही आते है इस दुनिया में बचपन में एक एक कदम पर गिरते हैं फिर भी खुद से संभाल जाते थे।

ऐसा ही हमारा student life होता है इस टाइम हमने struggle कर लिया तो समझ जाओ पूरी life आराम है। 

आज मेरे घर वाले मुझपे प्राउड फील करते है क्योंकि मैंने खुद को साबित किया। study हमारी ज़िन्दगी का एक बहुत ही इम्पोर्टेन्ट पार्ट है , इसलिए हमें अपने student life मे हर समय अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए।

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